ये रिश्ता क्या कहलाता है अपडेट: आरोही के एक्सीडेंट अक्षरा ने लिया अपने ऊपर, अभिमन्यु ने सच जानने का लिया फैसला!

आज के एपिसोड में चोर अक्षरा का अपहरण करने का फैसला करते है। वे बदले में पैसे मांगने का फैसला करते है। अक्षरा आरोही को ढूंढती है। आरोही अक्षरा को ढूंढती है। उसे अक्षरा की चिंता है। आरोही मनीष को बुलाती है। वह खतरे के बारे में बताती है और परिवार को वापस लौटने के लिए कहती है। आरोही फंस जाती है। वह अक्षरा को न आने के लिए सचेत करती है। अक्षरा आरोही की मदद करने का फैसला करती है। अक्षरा उस आदमी को पहचानती है। वह आदमी अक्षरा और आरोही से पूछता है कि क्या वे आज व्याख्यान नहीं देंगे। वह आरोही और अक्षरा को धमकी देता है। अक्षरा खुद को बचाने की कोशिश करती है। वह आदमी अक्षरा का अपहरण करने का फैसला करता है।

अक्षरा और आरोही खुद को बचाने के लिए एक योजना बनाती है। अक्षरा को चोट लग गई। अभिमन्यु, मनीष, गोयनका और बिड़ला परिवार के साथ घायल अक्षरा को देखकर दंग रह जाते है। वे रिट्रीट सदस्यों को बांधते है। अभिमन्यु ने चोर को पकडवा दिया। मंजरी आरोही और अक्षरा को आशीर्वाद देती है। अभिमन्यु अक्षरा से पूछता है कि क्या वह ठीक है अन्यथा उन्हें अस्पताल जाना चाहिए। अक्षरा ने बताया कि वह ठीक हैं। वे रूही और अभीर की तलाश करते है। मंजरी पूछती है कि क्या वह रूही के साथ समय बिता सकती है। आरोही रूही और अभीर को किसी और दिन भेजने का फैसला करती है।

रूही आरोही से उसे लंबे समय तक ले जाने की मांग करती है। आरोही का कहना है कि वे मंदिर जाने, खरीदारी करने और लौटने के लिए समय निकालेंगे। रूही उसे साथ ले जाने की जिद पर अड जाती है। वह आरोही से शिकायत करती है कि जब मंजरी उसे रोक रही थी तो उसने उसे रुकने नहीं दिया। रूही आरोही से परेशान हो जाती है। वह बताती है कि अनाया उसके गैराज में कार चलाती है। आरोही इनाया के माता-पिता से बात करने का फैसला करती है। रूही परेशान हो जाती है। अक्षरा रूही को समझाती है कि आरोही एक समय में बहुत सारे किरदार निभा रही है। वह आरोही के प्रयास की सराहना करती है। रूही को अपनी गलती का एहसास होता है। वह आरोही से माफी मांगती है। आरोही रूही को बाज़ार ले जाने का फैसला करती है।

गोयनका महिलाएँ बाज़ार जाती है। सुरेखा कहती है कि उसे अच्छे कपड़े नहीं मिल रहे है। स्वर्णा कहती है कि सुरेखा कपड़े नही खोज पा रही है। आरोही एक कॉल पर व्यस्त हो जाती है। अक्षरा को पानी पूरी की तलब है। रूही अक्षरा से छिपती है। वह कार चलाने का फैसला करती है और आरोही के बैग से चाबी निकाल लेती है। अक्षरा, मुस्कान, स्वर्णा, सुरेखा और सुहासिनी रूही की तलाश करती हैं। अक्षरा कार चलाने की कोशिश कर रही रूही को पकड लेती है। वह रूही को बाहर निकालती है। कार के ब्रेक फेल हो गए। अक्षरा आरोही को सचेत करने की कोशिश करती है। स्वर्णा और सुरेखा अक्षरा को आरोही को मारते हुए देखती है।

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