आज के एपिसोड में, देविका को पता चलता है कि उसने अपना ईयरपॉड कैफे में छोड दिया है। अनुज और अनुपमा अपनी चाय डेट का आनंद लेते है। पाखी को अनुपमा के प्रति अपने अशिष्ट व्यवहार की याद आती है। मालती पाखी को कोल्ड कॉफी पिलाती है। वह कहती है कि अनु ने उससे कहा कि जब भी पाखी परेशान हो तो उसे ठंडी कॉफी से शांत किया जा सकता है। पाखी ने मालती को धन्यवाद दिया। मालती पाखी के पक्ष में बात करती है।
वह कहती है कि अनुपमा की जिद दूसरो की जान खतरे मे डाल रही है। पाखी कहती है कि अगर किसी को कुछ हुआ तो वह अनुपमा को माफ नही करेगी। मालती सोचती है कि अगर अनुज को कुछ हुआ तो वह अनुपमा को नही छोडेगी।
वनराज ने काव्या को बताया कि एक बेटे ने दुनिया छोड़ दी जबकि अन्य ने उसे धोखा दिया। वह कहता है कि अगर समर को न्याय नहीं मिला तो वह मर जाएगा। काव्या वनराज से चिंता न करने के लिए कहती है क्योंकि लीला और हसमुख उसके साथ है। वनराज टूट गया।
अनुपमा को सपना आता है कि अनुज को सुरेश के आदमियों ने चोट पहुंचाई है। अनुज अनुपमा से कहता है कि जब तक यह हकीकत में न बदल जाए, तब तक उसे डरने की जरूरत नही है। अनुपमा सोचती है कि उसे नही पता कि कल क्या होगा। अनुज पर दोबारा हमला हुआ। अनुपमा अनुज की मदद करती है। इंस्पेक्टर ने कपाड़िया को चेतावनी दी। मालती का कहना है कि अनुज कोर्ट नही जाएगा। अनुज जिद पर अड जाता है। पाखी अनुपमा से पूछती है कि वह अपनी जिद के कारण अनुज की जान जोखिम में क्यो डाल रही है।
अनुज अनुपमा का पक्ष लेता है। अधिक, मालती और बरखा अनुपमा के फैसले के खिलाफ है। अंकुश उन्हें स्वार्थी कहता है। रोमिल कहते है कि कठिन समय में परिवार को एक-दूसरे का साथ देना चाहिए। मालती कहती है कि रोमिल को चुप रहना चाहिए, क्योंकि वह परिवार का सदस्य नही है। देविका कहती है कि मालती का सहज मातृत्व किसी काम का नहीं है। मालती और देविका एक दूसरे से बहस करती है।